एजुकेशन डेस्क. सीबीएसई ने करीब 2 महीने पहले एग्जाम का शेड्यूल जारी कर दिया है। ऐसे में बच्चे एग्जाम की तैयारी की प्लानिंग बेहतर ढंग से कर सकते हैं। सीबीएसई ने विषयों में स्टूडेंट्स को अच्छा गैप देने की कोशिश की है, लेकिन कुछ खास सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन वाले बच्चों को बेहतर ढंग से प्लान करने की जरूरत है। 20 सालों से स्कूल शिक्षा से जुड़े शिक्षाविद व आनंद विहार स्कूल के प्रिंसिपल शैलेष झोपे ने बताया कि 12वीं के स्टूडेंट अपने एग्जाम शेड्यूल को किस तरह से प्लान करें-
70 दिनों का समय है बांकी
40 दिन सभी विषयों की अच्छे से पढ़ें। इन दिनों में सभी विषयों के नोट्स तैयार करें कोशिश करें कि हर विषय का पूरा सिलेबस 50 पन्नों के नोट्स में समा जाए।
30 दिन के स्लॉट बनाएं:
पूरे सिलेबस को दो बार रिवाइज करने के15-15 दिन के स्लॉट बनाएं।
पहले 15 दिन: 50 पन्नों के नोट्स को फिर से लिखते हुए पढ़ें और कोशिश करें कि यह घटकर 30 पन्नों में सिमट जाए।
दूसरे 15 दिन: दूसरा रिवीजन इन 30 पन्नों के नोट्स का हो। जो मुश्किल लग रहा है उसे लिखकर प्रैक्टिस करें। अब तक आपके नोट्स 5 पन्नों तक सिमट जाने चाहिए।
एग्जाम शुरू होने के बाद आपके पास पूरी किताबें रिवाइज करने का समय नहीं होगा, ऐसे में कम से कम समय में भी आप जब इन 5 पन्नों के शॉर्ट नोट्स को पढ़ेंगे, तो यह पूरे सिलेबस के रिविजन के बराबर होगा।
मैथ्स-बायो का कॉम्बिनेशन
रेगुलर कॉम्बिनेशन देखें तो 7 मार्च को केमेस्ट्री के पेपर के बाद मैथ्स (17 मार्च) वाले बच्चों को करीब 10 दिनों का समय मिल रहा है और बायोलॉजी (14 मार्च) वाले स्टूडेंट्स को करीब 6 दिनों का।
वे स्टूडेंट्स जिन्होंने पीसीबी के साथ एडीशनल सब्जेक्ट के तौर पर मैथ्स या पीसीएम के साथ एडीशनल सब्जेक्ट के रूप में बायोलॉजी लिया है, उन्हें थोड़ी मुश्किल हो सकती है। क्योंकि, बायोलॉजी के बाद मैथ्स के लिए सिर्फ 2 दिनों का समय ही बचेगा।
- ऐसे स्टूडेंट्स मैथ्स की तैयारी केमेस्ट्री के बाद मिले 6 दिनों के गैप में ही शुरू कर दें।
- 7 मार्च का आधा दिन और 8 मार्च आप पूरी तरह मैथ्स को दे सकते हैं।
- 9 और 10 मार्च को मैथ्स और बायोलॉजी दोनों को बराबर समय दें।
- 11, 12 और 13 मार्च को पूरी तरह बायोलॉजी पर फोकस करें। रिविजन का तरीका वही रखें, डेढ़ दिन पढ़ाई, दो दिनों में दो बार रिविजन।
फिजिक्स के साढ़े तीन दिन की प्लानिंग ऐसी हो
साइंस सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन वाले सीबीएसई बोर्ड से जुड़े बच्चे लैंग्वेज सब्जेक्ट के तौर पर अमूमन इंग्लिश को चुनते हैं। 12वीं में इंग्लिश और फिजिक्स के बीच में सिर्फ 3 दिनों का समय है। इंग्लिश 27 फरवरी को है, और फिजिक्स का पेपर 2 मार्च को होना।
- केन्द्रीय विद्यालय-1 के फिजिक्स टीचर प्रमोद श्रीवास्तव के मुताबिक, फिजिक्स की तैयारी के लिए 3 दिन नजर आ रहे हैं, लेकिन साढ़े तीन दिन मानें, क्योंकि 27 फरवरी का भी लगभग आधा दिन मिलेगा।
- 27 फरवरी और 28 फरवरी (शुरुआत के डेढ़ दिन) पूरा सिलेबस डिटेल में पढ़ जाएं।
- 29 को पहला रिवीजन करें।
- 1 मार्च को दूसरा रिविजन।
- तीन दिनों में तैयारी तब ही हो पाएगी जब फरवरी के सेकेंड लास्ट वीक में फिजिक्स और इंग्लिश की पैरेलल स्टडी करें।
- 12 घंटों की तैयारी में 5 घंटे इंग्लिश और 7 घंटे फिजिक्स को दें।
- 24 फरवरी के पहले फिजिक्स की लगभग पूरी तैयारी कर लें, ताकि 25-26 फरवरी का पूरा समय सिर्फ इंग्लिश को दे पाएं।